Saturday, 24 August 2013

छुटकारा --


छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी


मै भी करना चाहती हूँ

अब पीड़ा ,दर्द से कुट्टी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



शिकारी पीछे पड़े है

सामाजिक पारिवारिक दायित्वों

 के नाम पर मै तो जा रही लुट्टी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



न तो किस्मत ख़राब थी न नीयत

फिर जिंदगी रही बस बंद मुठ्ठी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



सेविका बन गयी गाली खाते खाते

अब तो दर्द की लहर दबी हुई है उठ्ठी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



सब कुछ तो है  हाथ पैर आंख कान

फिर क्यूँ क्यूँ मानू  अपनी तकदीर फ़ुट्टी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



गली के कुत्तो भेडियो  के नाम पर --जो पनाह दे रखी है

इस एहसान की और नही पीनी है घुट्टी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी


मेरे स्वभिमान की भाषा से अनजान हो

और मेरी अदाओं की काट कर रख दी कुट्टी [चारा ]

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी


मै उम्र गुजरती रही कभी मन जीत लूंगी

पर दर्द की ओढनी की रोज गड़ती है खुट्टी

छुटकारा चाहिए छद्म से

छटपटाहट से छुट्टी



************************इन्दू



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