जिन दिलो में प्रेम छिपा होता है
अक्सर उन्ही की आँखों में दर्द दिखाई पड़ता है
जिनके जीवन में शामिल कोई
यहाँ पत्थर सा व्यक्ति ही - बात बात में अड़ता है
सहेज सके किसी की साँसों को ऐसा *पात्र नहीं मिलता
बचने को अपनी सजा से ही तो
दोष अपनी जुबान दिमाग से दूजो पर मडता है
कोई भी जमी उनके -पास नहीं
भावो का बीज बंजर में पहुच बस यूँ ही सड़ता है
[*पात्र - दो अर्थ है -योग्य ,बर्तन ]
अक्सर उन्ही की आँखों में दर्द दिखाई पड़ता है
जिनके जीवन में शामिल कोई
यहाँ पत्थर सा व्यक्ति ही - बात बात में अड़ता है
सहेज सके किसी की साँसों को ऐसा *पात्र नहीं मिलता
बचने को अपनी सजा से ही तो
दोष अपनी जुबान दिमाग से दूजो पर मडता है
कोई भी जमी उनके -पास नहीं
भावो का बीज बंजर में पहुच बस यूँ ही सड़ता है
[*पात्र - दो अर्थ है -योग्य ,बर्तन ]
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